मैंने यादों को संजोया है।
मैंने ख्वाबो को खोया है।
कर रहा हूँ मैं अब जो कुछ भी
उसका कोई मतलब नहीं,
तुमने जो पा कर खोया है
उसकी याद तो है तुम्हारा पास
मेरे अतीत में कुछ नहीं संजोने (खोने) को
दिल इस बात पर भी रोया है
खाली दिल को भरता हूँ शराब से
और कुछ काम नहीं मेरे पास
खाली दिल को भरता हूँ शराब से
ख्वाबो की याद से,
सच मान कर, उन ख्वाबो को
चाँद पे घर बनाया है
आना कभी मेरे घर पे
तारो पे घुमIने ले जाऊंगा
यादों को संजोया है मैंने
उन यादों को तुम से मिलवाऊंगा
---Viveakrt---
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