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यादों को तुम से मिलवाऊंगा

मैंने यादों को संजोया है।
मैंने ख्वाबो को खोया है।


कर रहा हूँ मैं अब जो कुछ भी
उसका कोई मतलब नहीं,


तुमने जो पा कर खोया है
उसकी याद तो है तुम्हारा पास


मेरे अतीत में कुछ नहीं संजोने (खोने) को
दिल इस बात पर भी रोया है


खाली दिल को भरता हूँ शराब से
और कुछ काम नहीं मेरे पास


खाली दिल को भरता हूँ शराब से
ख्वाबो की याद से,


सच मान कर, उन ख्वाबो को
चाँद पे घर बनाया है


आना कभी मेरे घर पे
तारो पे घुमIने ले जाऊंगा


यादों को संजोया है मैंने
उन यादों को तुम से मिलवाऊंगा

---Viveakrt---


दृष्टिकोण :
जब लोग इतने समृद्ध होते हैं, और किसी बात के दर्द पर चर्चा करते हैं
इस मामले में विशेष रूप से किसी का प्यार।
लेकिन जिस इंसान को जिंदगी में कभी प्यार नहीं मिलता उनके पास प्यार को याद रखने लायक भी कुछ नहीं होता। वे कल्पना भी नहीं कर सकते | 
यदि आपके पास कोई साथी है तो आप बता सकते हैं कि उनके चले जाने का दर्द क्या है | 
लेकिन अगर आपके पास साथी नहीं है, और न अत्तीत में कोई प्रेमी रहा है तो अंतर मनन के पास 
कोई नहीं है कोई याद भी नहीं जिसे सोच कर वह कह सके 
अब नहीं है इसका गम नहीं ये प्रेम हुआ इसकी प्रस्सनता है | 
और अपने प्रेम पलो  को याद कर के जीवन व्यापन कर सके | 

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