तेरी याद में हमने कलम उठा ली ||
तुझे कहना मुश्किल था, हमने होंठों से बातें चुरा लीं ||
दिल का दर्द, ये सदियों की तन्हाई, सब कहना चाहते हैं ||
मेरे कदम तुझे देख रुकना चाहते हैं ||
पर मेरी नजरें डरती हैं, छुप जाती हैं पलकों में ||
तुझे ना पता चल जाए, तुझे देख नजरें भी नजरे चुराती हैं ||
मेरे दिल का समंदर भरा पड़ा है तेरी यादों से ||
मैं भी उसमें प्यार की कस्ती चलाता हूँ ||
ढूंढता हूँ मैं किनारा तेरे आँचल का ||
और तू मुझे चांद तारों में दिखती है ||
मैं तुझे ढूंढता हूँ दुनिया में, और तू मुझे सपनों में मिलती है ||!!
---viveakrt---
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